
आगरा । आगरा के गढ़ी रामी क्षेत्र में शनिवार को करणी सेना ने ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ के अंतर्गत जोरदार शक्ति प्रदर्शन किया। यह आयोजन समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन द्वारा महाराणा सांगा पर दिए गए विवादित बयान के विरोध में किया गया था।
क्षत्रिय संगठनों का एकजुट प्रदर्शन
इस प्रदर्शन में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा, संयुक्त करणी सेना संघ, संयुक्त क्षत्रिय संगठन संघ और संयुक्त सनातनी संगठन संघ सहित कई क्षत्रिय संगठनों ने भाग लिया। बड़ी संख्या में क्षत्रिय समाज के लोग हाथों में झंडे और तलवारें लेकर सभा स्थल पर पहुंचे और नारेबाजी की।
अल्टीमेटम और चेतावनी
करणी सेना के नेता राज शेखावत ने सरकार को शाम 5 बजे तक का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, तो कार्यकर्ता सीधे उनके आवास की ओर कूच करेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रदर्शन क्षत्रिय गौरव की रक्षा के लिए है और कोई भी अपमान सहन नहीं किया जाएगा।
कड़े सुरक्षा इंतजाम
प्रदर्शन को देखते हुए आगरा पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए। सांसद रामजीलाल सुमन के आवास और सभा स्थल के आसपास भारी पुलिस बल, पीएसी, और आरआरएफ तैनात रही। ड्रोन कैमरों से निगरानी की गई और संवेदनशील क्षेत्रों में फ्लैग मार्च भी किया गया।
करणी सेना की 6 प्रमुख मांगें:
सपा सांसद रामजीलाल सुमन की संसदीय सदस्यता समाप्त की जाए।
क्षत्रिय युवाओं पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएं।
महाराणा सांगा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए।
नोएडा एयरपोर्ट का नाम राणा सांगा के नाम पर रखा जाए।
महाराणा सांगा का इतिहास शिक्षा पाठ्यक्रम में शामिल हो।
इतिहास विकृति रोकने के लिए कड़ा कानून बनाया जाए।
सांसद की प्रतिक्रिया
इस पूरे घटनाक्रम पर सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा कि उन्हें किसी प्रकार का डर नहीं है और प्रशासन उनकी सुरक्षा को लेकर सतर्क है। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर प्रस्तुत किया गया है।