पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी की पहल पर कार्यक्रम; केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले सहित कई गणमान्य उपस्थित
मुंबई। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के उपलक्ष्य में दादर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर कुलियों के लिए एक विशेष योग सत्र का आयोजन किया गया। यह पहल भाजपा के वरिष्ठ नेता और मुंबई के पूर्व उपमहापौर बाबूभाई भवानजी की ओर से की गई। कार्यक्रम में केंद्रीय सामाजिक न्याय मंत्री रामदास आठवले, शिवसेना सांसद राहुल शेवाले, योगाचार्य राजश्री बोरा और प्रसिद्ध योगगुरु स्वामी भारत भूषण सहित अनेक गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
यह आयोजन मुंबई बीजेपी हॉकर्स यूनिट, राजश्री कर्तव्य योग संस्था और फ्लोरा फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से संपन्न हुआ। योग सत्र में स्वामी भारत भूषण जी के मार्गदर्शन में बांसुरी की मधुर धुनों के साथ योगाभ्यास कराया गया।
योग: भारतीय संस्कृति की अमूल्य धरोहर
कार्यक्रम में परम पूज्य वीरन महारथी जी, बौद्ध भिक्षु, ने योग को “एक सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित आध्यात्मिक अनुशासन” बताया। उन्होंने कहा, “योग शब्द का अर्थ है जोड़ना — यह व्यक्तिगत चेतना का ब्रह्मांडीय चेतना से एकीकरण है। योग मन, शरीर और आत्मा के समन्वय से जीवन को संतुलित बनाता है।”
भवानजी का राष्ट्रवाद और एकता पर ज़ोर
कार्यक्रम के प्रेरक बाबूभाई भवानजी ने कहा कि योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि आत्मसाक्षात्कार का मार्ग है जिसे ऋषियों से लेकर भगवान शिव, बुद्ध और महावीर तक ने अपनाया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा योग को वैश्विक मंच पर प्रतिष्ठा दिलाने की सराहना करते हुए कहा, “आज जब कुछ शक्तियाँ देश को तोड़ने का प्रयास कर रही हैं, ऐसे समय में हिंदू समाज की सभी जातियों को संगठित होकर राष्ट्र रक्षा के लिए खड़ा होना होगा।”
योग पर विशेषज्ञों की राय
शिवसेना सांसद राहुल शेवाले ने योग को शरीर के जोड़ों, स्नायुबंधन और ग्रंथियों को सक्रिय करने वाला श्रेष्ठ साधन बताया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विज्ञान भी अब योग को संपूर्ण जीवनशैली सुधारक मानने लगा है।
योगगुरु स्वामी भारत भूषण जी ने विशेष रूप से प्राणायाम और ध्यान के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “प्राणायाम न केवल तनाव कम करता है, बल्कि यह फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने, पीठ दर्द और गठिया जैसी समस्याओं में भी अत्यंत लाभकारी है।”