कांग्रेस के नेतृत्व में पुणे में आयोजित ‘रोजगार सत्याग्रह’ में 27 जिलों से 350 से अधिक बेरोजगार अभियंताओं ने हिस्सा लिया। WRD और WCD विभागों में 4600 से अधिक पदों पर भर्ती की मांग। कांग्रेस ने राज्य सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया।
पुणे: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में पुणे जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने आज “रोजगार सत्याग्रह” शांतिपूर्ण, संगठित और प्रभावी रूप से संपन्न हुआ। यह आंदोलन जलसंपदा विभाग (WRD) और जलसंवर्धन विभाग (WCD) में 2019 से लंबित पड़ी 4,600 से अधिक अभियंता पदों की नियुक्ति प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने की मांग को लेकर आयोजित किया गया था। इस सत्याग्रह में राज्य के 27 जिलों से 350 से अधिक बेरोजगार अभियंताओं ने भाग लिया।
आंदोलन का नेतृत्व कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं रोजगार विभाग के राज्य संयोजक धनंजय रामकृष्ण शिंदे ने किया। युवा अभियंताओं की संस्था “इंजीनियर्स असोसिएशन” ने राज्यव्यापी समर्थन प्रदान किया। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने वीडियो कॉल के माध्यम से प्रदर्शनकारियों से संवाद किया और उन्हें पुणे दौरे में प्रत्यक्ष मुलाकात का आश्वासन देते हुए कहा, “रोजगार का मुद्दा राजनीति से ऊपर है, और युवाओं के न्यायसंगत अधिकारों के लिए कांग्रेस अंतिम सांस तक संघर्ष करेगी।”
ज्येष्ठ कांग्रेस नेता गोपाल तिवारी भी सत्याग्रह स्थल पर पहुंचे और युवाओं से संवाद किया। आंदोलन के अंत में कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार को 15 दिन का अल्टीमेटम दिया। यदि इस अवधि में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो संभाजीनगर स्थित WALMI मुख्य द्वार पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू किया जाएगा। इस बीच, संबंधित विभागीय मंत्री ने अगले सप्ताह वार्ता का आश्वासन दिया है।