ठाणे। हर घर तिरंगा अभियान के अवसर पर ठाणे ज़िला प्रशासन ने एक सराहनीय और प्रेरक पहल की। इस विशेष अभियान का उद्देश्य स्वतंत्रता सेनानियों, शहीद सैनिकों, पूर्व सैनिकों और आपातकाल विरोधी सत्याग्रहियों के बलिदान के प्रति कृतज्ञता और सम्मान व्यक्त करना था। जिलाधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाल के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान ने देशभक्ति की भावना को और प्रखर किया।
शहीद परिवारों को सम्मान
जिलाधिकारी डॉ. पांचाल स्वयं शहीद हवलदार सुधीर धोंडू आम्ब्रे की वीर पत्नी सुप्रिया सुधीर आम्ब्रे के घर पहुंचे और उन्हें धन्यवाद पत्र देकर सम्मानित किया। 17 सितंबर 2001 को जम्मू-कश्मीर के राजौरी में हुए आतंकवादी हमले में हवलदार सुधीर आम्ब्रे ने सर्वोच्च बलिदान दिया था।
इसी तरह जिले की सभी तहसीलों में तहसीलदारों और कर्मचारियों ने शहीद सैनिकों के माता-पिता और पत्नियों के घर जाकर उन्हें सम्मानित किया और धन्यवाद पत्र सौंपे।
पूर्व सैनिकों और सत्याग्रहियों को भी नमन
पूर्व सैनिकों के योगदान को मान्यता देते हुए जिलाधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित प्रशंसा पत्र व्हाट्सएप के माध्यम से 10,000 से अधिक पूर्व सैनिकों को भेजे गए।
इसके अतिरिक्त, 1975 के आपातकाल के दौरान लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए संघर्ष करने वाले 129 सत्याग्रहियों को भी जिलाधिकारी द्वारा हस्ताक्षरित प्रशंसा पत्र तहसीलदारों के माध्यम से प्रदान किए गए।
प्रशासन का व्यापक सहयोग
इस अभिनव पहल को सफल बनाने में अतिरिक्त जिलाधिकारी हरिश्चंद्र पाटिल, निवासी उपजिलाधिकारी डॉ. संदीप माने, उपजिलाधिकारी रूपाली भालके, तहसीलदार सचिन चौधरी, तहसीलदार उमेश पाटील सहित सभी प्रांतीय अधिकारी, तहसीलदार, राजस्व अधिकारी, कर्मचारी और ठाणे जिला सूचना कार्यालय ने सक्रिय भूमिका निभाई।
सामाजिक जागरूकता का संदेश
2 अगस्त से 15 अगस्त तक हर घर तिरंगा अभियान के तहत चलाई गई इस पहल ने समाज में एक नया संदेश दिया कि स्वतंत्रता और लोकतंत्र की रक्षा के लिए योगदान देने वाला प्रत्येक व्यक्ति सम्मान का हकदार है। यह पहल न केवल एक अभियान रही बल्कि बलिदानियों को स्मरण कर उनके प्रति आभार व्यक्त करने का प्रतीक बनी।