भिवंडी। ठाणे और पालघर जिलों के आदिवासी इलाकों में अज्ञानता और गरीबी का फायदा उठाकर लोगों को धर्मांतरण के जाल में फंसाने की घटनाओं के बीच, भिवंडी तालुका के चिंबीपाड़ा गांव में एक प्रयास विफल कर दिया गया। इस मामले में अमेरिकी नागरिक जेम्स वॉटसन सहित तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया।
पुलिस के अनुसार, भुईशेत गांव में मनोज गोविंद कोल्हा के घर के सामने खुले स्थान पर यीशु मसीह की प्रार्थना का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। वहां साईनाथ गणपति सरपे (42, वसई), जेम्स वॉटसन (58, अमेरिका) और मनोज कोल्हा लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित कर रहे थे। आरोप है कि उन्होंने हिंदू धर्म की आलोचना की और ईसाई धर्म अपनाने पर सुख-समृद्धि का वादा किया। उन्होंने बच्चियों के माथे पर हाथ रखकर “दैवीय शक्ति” दिखाने का नाटक भी किया।
स्थानीय नागरिक रविनाथ सावजी भुरकुट ने घटना की सूचना हिंदुत्ववादी संगठनों के कार्यकर्ताओं संदीप भगत और दादा गोसावी को दी। उन्होंने तुरंत पुलिस को जानकारी दी।
जांच में पता चला कि जेम्स वॉटसन 2016 में टूरिस्ट वीज़ा पर भारत आए और बाद में व्यावसायिक वीज़ा पर ठाणे में रह रहे हैं। आरोप है कि वह धर्मांतरण रैकेट का मुख्य सरगना हैं।
भिवंडी तालुका पुलिस स्टेशन में तीनों के खिलाफ महाराष्ट्र नरबलि अधिनियम, जादू-टोना रोकथाम अधिनियम और विदेशी व्यक्ति अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और सभी को गिरफ्तार कर लिया गया।