मुंबई। महाराष्ट्र में किसानों की दुर्दशा और सरकार की नीतियों के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने 20 अक्टूबर को पूरे राज्य में ‘पिठला-भाखर आंदोलन’ करने की घोषणा की है। इस दिन कांग्रेस कार्यकर्ता किसानों के साथ बैठकर पिठला-भाखर और ठेचा खाएंगे और भाजपा महायुति सरकार की किसान-विरोधी नीतियों का विरोध दर्ज कराएंगे।
कांग्रेस ने कहा है कि अतिवृष्टि के कारण राज्य के 30 जिलों के 350 तालुकों में लाखों एकड़ फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ा है, लेकिन सरकार ने जो राहत पैकेज घोषित किया है, वह बेहद कमज़ोर और भ्रामक है। पार्टी का कहना है कि सरकार ने केवल पुरानी योजनाओं को जोड़कर 32,000 करोड़ रुपये का “फसवा पैकेज” घोषित किया है, जिससे किसानों को कोई वास्तविक सहायता नहीं मिली है।
कांग्रेस ने मांग की थी कि किसानों को प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये, जबकि पूरी तरह बह गई जमीन के लिए प्रति हेक्टेयर 5 लाख रुपये की सहायता और साथ ही पूर्ण कर्जमाफी दी जाए। लेकिन सरकार ने इन मांगों को नज़रअंदाज़ कर दिया है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि “देश का अन्नदाता इस दिवाली पर काली दिवाली मना रहा है और इसके लिए पूरी तरह भाजपा महायुति सरकार ज़िम्मेदार है।” पार्टी ने घोषणा की कि यह आंदोलन राज्य के हर ज़िले, हर तालुके और हर गांव में एक साथ आयोजित किया जाएगा ताकि किसानों की आवाज़ सरकार तक पहुंचाई जा सके।