भिवंडी। “राष्ट्रीय डेंगू दिवस” के उपलक्ष्य में स्व. इंदिरा गांधी स्मृति उपजिला अस्पताल, भिवंडी में शुक्रवार को एक जनजागृति कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस विशेष अवसर पर अस्पताल की अधीक्षिका डॉ. माधवी पंदारे के मार्गदर्शन में डेंगू रोग से बचाव और उसकी जांच को लेकर नागरिकों को जागरूक करने का प्रयास किया गया। कार्यक्रम में प्रयोगशाला विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी श्री देविदास शेटगे ने उपस्थित नागरिकों को डेंगू के लक्षण, बचाव के उपाय और समय पर जांच के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डेंगू एक गंभीर विषाणुजनित रोग है, जो “एडीस इजिप्टी” नामक मादा मच्छर के काटने से फैलता है। यह मच्छर आमतौर पर साफ और स्थिर पानी में पनपते हैं।शेटगे ने बताया, “डेंगू के प्रमुख लक्षणों में तेज बुखार, मतली, उल्टी, सिरदर्द और शरीर पर लाल चकत्ते शामिल हैं। समय पर जांच और उपचार से इस बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है।”

उन्होंने नागरिकों को जागरूक करते हुए बताया कि बुखार की स्थिति में सरकारी अस्पतालों की प्रयोगशालाओं में डेंगू की मुफ्त जांच उपलब्ध है और इसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। डॉ. माधवी पंदारे ने कार्यक्रम में मौजूद नागरिकों से अपील की कि यदि किसी को डेंगू के लक्षण महसूस हों, तो वे तुरंत अस्पताल में जाकर जांच करवाएं और जरूरत पड़ने पर मुफ्त उपचार प्राप्त करें। उन्होंने कहा, “सतर्कता, साफ-सफाई और समय पर जांच से ही डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण पाया जा सकता है।” इस जनजागरण कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रयोगशाला विभाग के राजेंद्र शिंदे का विशेष योगदान रहा। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर उसे व्यवस्थित रूप से संपन्न करने में अहम भूमिका निभाई। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित नागरिकों ने इस पहल की सराहना की और आश्वासन दिया कि वे अपने आसपास मच्छरों के प्रजनन स्थलों को नष्ट कर डेंगू नियंत्रण में प्रशासन का सहयोग करेंगे।