
मुंबई:
भाजपा के पूर्व मंत्री बबनराव लोणीकर द्वारा किसानों के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाळ ने तीखा विरोध जताते हुए भाजपा पर जमकर हमला बोला। सपकाळ ने कहा, “जग के पोशिंदे किसान को गालियां देना विकृति की पराकाष्ठा है। लोणीकर ने किसानों का अपमान किया है। उन्हें माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।”
टिळक भवन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सपकाळ ने कहा कि भाजपा की विचारधारा “एक भाषा, एक धर्म, एक नेता” के सिद्धांत पर आधारित है, जो सीधे तौर पर लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता यह भ्रम फैलाते हैं कि सारी योजनाएं केवल नरेंद्र मोदी की देन हैं, जबकि वे जनता के पैसों से चलाई जाती हैं। “शासक जनता पर उपकार नहीं कर रहे, वे सिर्फ जनता के हक की योजनाएं लागू कर रहे हैं,” उन्होंने जोड़ा।
शक्ति पीठ महामार्ग को लेकर भी कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रोजेक्ट मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा दिल्ली के इशारे पर मंजूर किया गया ताकि कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को मध्य भारत से गोवा पोर्ट तक माल ले जाने की सुविधा मिल सके। उन्होंने कहा, “जब राज्य के पास कर्मचारियों के वेतन, ठेकेदारों के भुगतान, किसानों की कर्जमाफी और बहनों को ₹2100 देने तक के लिए पैसे नहीं हैं, तो ऐसे में 20,000 करोड़ की परियोजना कैसे मंजूर की गई?” सपकाळ ने आशंका जताई कि यह प्रोजेक्ट अंततः 1.5 लाख करोड़ तक जाएगा और यह भ्रष्टाचार का बड़ा माध्यम बन सकता है।
मराठी भाषा पर हिंदी थोपने के मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर सपकाळ ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी हिंदी थोपने के खिलाफ है और महाराष्ट्र की भाषा, संस्कृति और अस्मिता की रक्षा के लिए हर आंदोलन में सक्रिय भागीदारी करेगी। उन्होंने कहा, “यह केवल राजनीतिक मुद्दा नहीं, महाराष्ट्र की पहचान का सवाल है।”
सपकाळ के इस आक्रामक रुख से साफ है कि कांग्रेस भाजपा के हर मोर्चे पर जवाब देने की रणनीति पर काम कर रही है, विशेषकर किसान, भाषा और आर्थिक नीतियों जैसे संवेदनशील मुद्दों पर।