Madhav Bhandari should be investigated in 26/11 case: Congress

मुंबई। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने प्रधानमंत्री मोदी के जल जीवन मिशन को निशाने पर लेते हुए कहा कि योजना का लाभ केवल अफसरों और ठेकेदारों को मिला है, जबकि माताएं-बहनें आज भी पानी के लिए संघर्ष कर रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि एक नल की लागत 30,000 से बढ़कर 1.37 लाख रुपये कैसे हो गई, इसका जवाब खुद वित्त मंत्रालय मांग रहा है। सपकाल ने कहा कि यह भ्रष्टाचार अब जानलेवा हो गया है — यवतमाल की एक बच्ची की मौत और नासिक की महिलाओं की कुएं में उतरने की घटनाएं इसकी गवाह हैं। केंद्र सरकार अब इस योजना के बजट में 47% कटौती कर रही है, जिससे हालात और बदतर होंगे।
26/11 मामले में माधव भंडारी की जांच हो: कांग्रेस
सपकाल ने भाजपा प्रवक्ता माधव भंडारी के 26/11 पर दिए बयान को गंभीर बताते हुए तहव्वुर राणा के साथ भंडारी की भी जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि उस समय कैबिनेट में शामिल रहे नेताओं में आज के मंत्री अजित पवार भी थे, इसलिए जब तक जांच पूरी नहीं होती, उन्हें मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए।
हिंदी थोपना भाजपा की साजिश: सपकाल
भाषा नीति पर सपकाल ने कहा कि पहली कक्षा से हिंदी अनिवार्य करना मराठी और मराठी संस्कृति पर हमला है। उन्होंने इसे “बंच ऑफ थॉट्स” जैसी विचारधारा का परिणाम बताया और कहा कि अगर हिम्मत है तो पहले गुजरात में हिंदी अनिवार्य की जाए। तीन भाषाएं थोपना छात्रों पर अत्याचार है।
संग्राम थोपटे के फैसले पर भी सवाल
सपकाल ने संग्राम थोपटे के हालिया कदम को ‘आत्मघाती’ बताते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष पद का मौका उन्होंने खुद गंवाया, अब दोष दूसरों पर मढ़ना गलत है।