
मुंबई पुलिस की अपराध शाखा ने अपहरण और जबरन वसूली जैसे संगीन मामलों में शामिल एक अंतरराष्ट्रीय गिरोह के चंगुल से एक पीड़ित को सुरक्षित बचा लिया है। इस कार्रवाई की जानकारी उप आयुक्त क्राइम ब्रांच, राज तिलक रोशन ने प्रेस कांफ्रेंस में दी।
पुलिस के अनुसार, 13 जून की दोपहर, 3 अलग-अलग मोटर कारों में सवार आरोपियों ने होटल अलीबाबा, ओशिवारा, जोगेश्वरी पश्चिम से दो लोगों का अपहरण कर लिया और उन्हें रायगढ़ जिले के एक फार्महाउस में ले जाकर बंदी बना लिया। इसके बाद, पीड़ितों के साथ अमानवीय मारपीट कर फिरौती की मांग की गई।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए 10 जुलाई को ओशिवारा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई। उच्च अधिकारियों के आदेश पर इसे अपराध शाखा को सौंपा गया। चूंकि आरोपी पहले से ही मकोका, NDPS, अपहरण, जबरन वसूली, और अवैध हथियार रखने जैसे कई मामलों में वांछित थे, इसलिए विशेष सतर्कता बरती गई।
डीसीपी राज तिलक रोशन के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच की 6 टीमों ने विभिन्न स्थानों पर कार्रवाई की। 15 जून की रात, 3 आरोपियों को उत्तर प्रदेश के बांदा से तथा 4 को मुंबई व रायगढ़ से गिरफ्तार किया गया। उनके पास से अपहरण में उपयोग की गई गाड़ियां, मोबाइल फोन, डोंगल आदि जब्त किए गए।
क्राइम ब्रांच की तत्परता से पीड़ित को एक महीने तक चले अपहरण और अत्याचार के बाद सुरक्षित बचाया गया। गिरफ्तार आरोपियों को 19 जुलाई 2025 तक पुलिस हिरासत में भेजा गया है।