मुंबई। अतिवृष्टि (अधिक वर्षा) से बर्बाद हुए किसानों को कर्जमाफी और प्रति हेक्टेयर 50 हजार रुपये की सहायता देने की मांग को लेकर शिवसेना (ठाकरे गुट) ने मराठवाड़ा में बड़े आंदोलन का ऐलान किया है। इस आंदोलन की घोषणा पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने दसरा मेळावे (दशहरा रैली) में संकेत रूप में दी थी, जिसके तुरंत बाद ठाकरे गुट ने इसे अमल में लाने का निर्णय लिया। 5 से 11 अक्टूबर तक मराठवाड़ा क्षेत्र में यह आंदोलन चलाया जाएगा, जिसके अंतर्गत विभागीय आयुक्त और तहसीलदार कार्यालयों पर “हंबरडा मोर्चा” (आवाज़ उठाने वाला मोर्चा) निकाला जाएगा।
महाराष्ट्र का किसान, जो पूरे देश को अन्न देता है, अतिवृष्टि से पूरी तरह तबाह हो गया है। उसकी खेती और जीवन दोनों ही जलमग्न हो गए हैं। सहायता की आस में किसान सरकार से गुहार लगा रहा है, लेकिन महायुति सरकार उसकी पुकार सुनने को तैयार नहीं है। ऐसे में शिवसेना (ठाकरे) किसानों की मदद के लिए सड़कों पर उतर आई है। किसानों की आवाज बहरी सरकार तक पहुंचाने के उद्देश्य से 11 अक्टूबर को मराठवाड़ा के छत्रपति संभाजीनगर में विभागीय आयुक्त कार्यालय पर विराट हंबरडा मोर्चा निकाला जाएगा।
इस आंदोलन का नेतृत्व स्वयं उद्धव ठाकरे करेंगे। शिवसेना (ठाकरे) नेता अंबादास दानवे ने बताया कि यह आंदोलन किसानों की तत्काल आर्थिक सहायता, संपूर्ण कर्जमाफी, पंजाब सरकार की तर्ज पर प्रति हेक्टेयर 50,000 रुपये की मदद, फसल बीमा के पुराने नियमों की बहाली और घर व पशुधन के नुकसान की भरपाई की मांगों को लेकर किया जा रहा है।
5 से 7 अक्टूबर तक ग्राम सभाओं, गांव-गांव बैठकों और जनसंवाद कार्यक्रमों के माध्यम से किसानों की आवाज जुटाई जाएगी। 8 अक्टूबर को तहसील और जिलाधिकारी कार्यालयों पर धरना और प्रदर्शन किए जाएंगे, जबकि 11 अक्टूबर को छत्रपति संभाजीनगर में विभागीय आयुक्त कार्यालय पर विराट हंबरडा मोर्चा निकाला जाएगा, जिसमें हजारों कार्यकर्ताओं के शामिल होने की संभावना है।