
नवी मुंबई। शायन-पनवेल महामार्ग और अटल सेतु मार्ग से गिट्टी, पत्थर और मलबा ले जाने वाले ओवरलोड वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर संघर्ष कर रहे राष्ट्रीय स्वाभिमान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष शिवशरण पुजारी को फोन पर धमकी दिए जाने का गंभीर मामला सामने आया है। इस संबंध में पुजारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।शिवशरण पुजारी ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के कारण न केवल सड़कों को भारी नुकसान हो रहा है, बल्कि कई निर्दोष नागरिकों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी है। 16 जून को संगठन ने नेरुल के उपविभागीय कार्यालय के बाहर आंदोलन किया था, जिसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई का आश्वासन दिया और कुछ कार्रवाई भी शुरू हुई।लेकिन इसके बाद पुजारी को फोन पर धमकी दी गई। उन्होंने बताया कि कॉल करने वाले ने खुद को “विजय” नाम से शिवसेना के एक उपनेता का भतीजा बताया और उनके वाशी स्थित कार्यालय के बाहर रात करीब 8:30 बजे धमकी दी।
परमिट और फिटनेस रद्द करने की मांग पर विरोध
पुजारी का कहना है कि वे लंबे समय से परिवहन विभाग से ओवरलोड वाहनों के परमिट और फिटनेस रद्द करने की मांग कर रहे थे। विभाग की अनदेखी के चलते आंदोलन करना पड़ा। अब जब कार्रवाई शुरू हुई है, तो राजनैतिक दबाव के चलते उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है।
डरने वाले नहीं, लड़ाई जारी रहेगी: शिवशरण पुजारी
पुजारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वे किसी दबाव या धमकी से डरने वाले नहीं हैं और ओवरलोड माफिया के खिलाफ उनकी लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि परिवहन विभाग की निष्क्रियता के पीछे बड़े राजनैतिक चेहरों का हाथ हो सकता है।क्षेत्र में इस मुद्दे को लेकर नागरिकों में रोष है और राष्ट्रीय स्वाभिमान संगठन के इस कदम को जनहित में एक जरूरी पहल माना जा रहा है।