
मुंबई। यात्रियों को बेहतर और पारदर्शी सेवाएं देने के उद्देश्य से पश्चिम रेलवे ने अपने सभी स्टेशनों पर रेलवे सहायकों (कुलियों) को देय पोर्टरेज शुल्क में संशोधन किया है। यह नई शुल्क दरें 1 जून 2025 से प्रभाव में आ गई हैं। यह जानकारी पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी श्री विनीत अभिषेक द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दी गई।
संशोधित दरें यात्रियों की सुविधा, स्टेशन की श्रेणी और सेवा की प्रकृति को ध्यान में रखकर तय की गई हैं। इससे वरिष्ठ नागरिकों, विकलांग यात्रियों, बीमार लोगों और भारी सामान ले जाने वालों को विशेष राहत मिलेगी।
📌 संशोधित शुल्क का विवरण:
1. हेड लोड (सिर पर सामान ढोने की सेवा):
- ₹100 प्रति ट्रिप – मुंबई सेंट्रल, सूरत, अहमदाबाद, वडोदरा, राजकोट, इंदौर, उज्जैन जैसे प्रमुख NSG-3/4 स्टेशनों पर।
- ₹80 प्रति ट्रिप – NSG-5, NSG-6, HG-1, HG-2, HG-3 श्रेणी के स्टेशनों पर।
- ₹100 प्रति ट्रिप – सभी उपनगरीय स्टेशनों पर व दादर पश्चिम से दादर सेंट्रल तक।
- 20–40 किग्रा के बैग पर ₹50 अतिरिक्त शुल्क (सिर्फ हेड लोड पर लागू)।
2. व्हील्ड बैरो सेवा (पहियों वाले ठेले से सामान):
- ₹150 प्रति ट्रिप – अधिकतम 160 किग्रा सामान के लिए।
3. बीमार या विकलांग यात्रियों के लिए:
- ₹150 – दो व्यक्तियों द्वारा स्ट्रेचर/व्हीलचेयर सेवा।
- ₹200 – चार व्यक्तियों द्वारा सेवा।
4. प्रतीक्षा शुल्क (Waiting Charges):
- पहले 30 मिनट निशुल्क।
- उसके बाद हर 30 मिनट पर:
- ₹100 – NSG-3/4 स्टेशन एवं उपनगरीय स्टेशन
- ₹80 – NSG-5/6 और HG-1/2/3 स्टेशन
📍प्रभाव और उद्देश्य:
इस संशोधन से यात्रियों को पारदर्शी और पहले से ज्ञात दरों पर सेवा लेने में आसानी होगी। कुली सेवाओं को व्यवस्थित और पेशेवर बनाने की दिशा में यह एक सकारात्मक कदम है। इससे रेलवे स्टेशनों पर अव्यवस्था और विवादों में भी कमी आएगी।