पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बवाल, बांग्लादेशी उपद्रवियों पर शक
कोलकाता। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध में भड़की हिंसा ने गंभीर रूप ले लिया है। 12 और 13 अप्रैल 2025 को सुत्ती, धूलियान और जंगीपुर क्षेत्रों में हुए प्रदर्शन हिंसक हो गए, जिसमें अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है और कई घायल हुए हैं।
मृत्यु और गिरफ्तारी: हिंसा में चंदन दास (40) और उनके पिता हरगोविंद दास (70) की भीड़ द्वारा हत्या कर दी गई। पुलिस ने अब तक 200 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है और 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं।
पलायन की खबरें: हिंसा के बाद, कुछ हिंदू परिवारों के मालदा जिले की ओर पलायन की खबरें सामने आईं। हालांकि, पुलिस ने सुरक्षा प्रदान कर कई परिवारों को वापस उनके घरों में पहुंचाया है।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप: समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने आरोप लगाया कि बीजेपी माहौल बिगाड़ने के लिए हिंदुओं का पलायन करवा रही है। वहीं, बीजेपी ने टीएमसी सांसद खलीलुर्रहमान पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है।
सीमा पार साजिश की आशंका: गृह मंत्रालय की प्रारंभिक जांच में हिंसा में बांग्लादेशी उपद्रवियों की संलिप्तता की आशंका जताई गई है। इस पर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से जवाब मांगा है और सीमा सुरक्षा बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
दक्षिण 24 परगना में भी हिंसा: मुर्शिदाबाद के बाद, दक्षिण 24 परगना के भांगर इलाके में भी वक्फ अधिनियम के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए, जिसमें कई पुलिस वाहन जला दिए गए और कई लोग घायल हुए।

R.S. Network