lovelocal-quality-commerce-initiative-2025
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मुंबई, 25 जुलाई। भारत के तेजी से बदलते ऑनलाइन किराना बाजार में लवलोकल ने एक नया मानदंड स्थापित किया है। मुंबई स्थित इस कंपनी ने ‘क्वॉलिटी कॉमर्स’ मॉडल लॉन्च किया है, जो सिर्फ तेज डिलीवरी ही नहीं, बल्कि गुणवत्ता, भरोसे और स्थानीय दुकानदारों को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
ग्राहकों को मिल रही है वर्चुअल शॉपिंग की सुविधा
लवलोकल का हाइपरलोकल ऐप ग्राहकों को वीडियो-आधारित शॉपिंग की सुविधा देता है, जिससे वे वर्चुअली अपनी पड़ोस की दुकान में जाकर वस्तुएं देख सकते हैं। कंपनी ने सभी ऑर्डर्स पर मुफ्त डिलीवरी और फ्री रिप्लेसमेंट की सुविधा दी है, साथ ही दो घंटे के भीतर डिलीवरी सुनिश्चित की जाती है ताकि उत्पादों की ताजगी बरकरार रहे।
स्थानीय दुकानों को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने की पहल
लवलोकल की संस्थापक और सीईओ आकांक्षा हजारी ने कहा:
“ताजा ग्रॉसरी खरीदते समय उपभोक्ता सबसे ज़्यादा गुणवत्ता और भरोसे को प्राथमिकता देते हैं। हमारा उद्देश्य है कि एक लाख दुकानों को ऑनलाइन जोड़कर भारत का सबसे बड़ा और समावेशी ई-कॉमर्स नेटवर्क तैयार किया जाए।”
उन्होंने कहा कि भविष्य किसी दूर दराज़ गोदाम में नहीं, बल्कि भरोसेमंद पड़ोस की दुकानों में है, जहां डिलीवरी तेज़ और सही होती है। यही है ‘क्वॉलिटी कॉमर्स’।
15 गुना वृद्धि का लक्ष्य, कई शहरों में विस्तार की योजना
✅ लवलोकल अगले 12 महीनों में 15 गुना वृद्धि का लक्ष्य लेकर चल रही है।
✅ 2026 तक कई नए शहरों में विस्तार की योजना पर भी काम हो रहा है।
✅ अभी तक मुंबई में 600 से अधिक दुकानों को डिजिटाइज किया जा चुका है।
लवलोकल मॉडल की विशेषताएं
🔹 मौजूदा रिटेल नेटवर्क को फुलफिलमेंट हब के रूप में उपयोग
🔹 डिजिटल स्टोरफ्रंट, लॉजिस्टिक्स, पेमेंट सॉल्यूशंस, मार्केटिंग टूल्स और बिजनेस एनालिटिक्स की सुविधा
🔹 अन्य ऑनलाइन ग्रॉसरी प्लेटफॉर्म्स की तुलना में 30% अधिक ताजगी भरा उत्पाद चयन और प्रतिस्पर्धी मूल्य
🔹 स्थानीय दुकानों के भरोसे को डिजिटल तकनीक से जोड़ना
उपभोक्ताओं का बदलता रुझान
फाइनेंशियल टाइम्स के हालिया सर्वे में पाया गया कि 80% भारतीय उपभोक्ता क्विक कॉमर्स से असंतुष्ट हैं और एक बार फिर अपनी पारंपरिक दुकानों की ओर लौट रहे हैं। लवलोकल इस ट्रेंड को डिजिटल इनोवेशन से जोड़कर आगे बढ़ा रहा है।
निष्कर्ष
लवलोकल का उद्देश्य है कि लोग ताजगी और भरोसे के लिए अपनी स्थानीय दुकानों को ही डिजिटल माध्यम से चुनें। अब तक कंपनी वल्कन कैपिटल, एंड्रेसेन होरोविट्ज़, ब्लूम वेंचर्स समेत कई प्रतिष्ठित संस्थापकों से 30 मिलियन डॉलर का निवेश जुटा चुकी है और भारतीय ई-कॉमर्स में नया इतिहास रचने की दिशा में बढ़ रही है।