भिवंडी। गणेशोत्सव की परंपरा को निभाते हुए बुधवार को आराध्य देव गणपति बप्पा की स्थापना पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ की गई थी। इसके बाद गुरुवार को डेढ़ दिन के बाप्पा को भिवंडी शहर के विभिन्न विसर्जन घाटों पर भक्तिमय माहौल में विदाई दी गई।
शाम से ही हल्की बारिश का सिलसिला जारी था, लेकिन मौसम की परवाह किए बिना भक्तों ने पूरे जोश और उमंग के साथ अपने लाडले बप्पा का विसर्जन किया।
नगर निगम और पुलिस प्रशासन की देखरेख में शहर के 16 विसर्जन घाटों पर देर रात तक कुल 3744 घरेलू गणपति मूर्तियों का विसर्जन किया गया। इनमें से 185 मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में किया गया। यह कदम पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखते हुए उठाया गया, ताकि प्राकृतिक जल स्रोतों पर दबाव कम हो और प्रदूषण घटे।
भक्तों ने जयकारों और ढोल-ताशों की गूंज के बीच बप्पा को भावभीनी विदाई दी और अगली बार फिर जल्दी आने की कामना की।