
मुंबई। नेशनल हेराल्ड केस को लेकर ईडी द्वारा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ दाखिल की गई चार्जशीट को लेकर कांग्रेस ने तीखा हमला बोला है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और एआईसीसी मीडिया व प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा ने साफ तौर पर कहा कि यह पूरा मामला एक राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, जिसे भाजपा सरकार ने विपक्ष को बदनाम करने के इरादे से गढ़ा है।
मुंबई के राजीव गांधी भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में खेड़ा ने कहा, “ईडी अब मोदी-शाह की जबरन वसूली गैंग बन चुकी है। भाजपा ने गांधी परिवार को टारगेट करने की योजना के तहत ईडी का दुरुपयोग किया है, लेकिन कांग्रेस न तो डरती है और न ही ईडी की चार्जशीट की भीख मांगती है।”
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़, चरण सपरा, सुरेश चंद्र राजहंस, निज़ामुद्दीन राईन, आनंद शुक्ला, बब्बू खान और अरशद आज़मी भी मौजूद थे।
पवन खेड़ा ने जोर देकर कहा कि नेशनल हेराल्ड एक गैर-लाभकारी संस्थान है, जिससे न किसी ने वित्तीय लाभ उठाया, न ही कोई संपत्ति स्थानांतरित की गई, फिर भी झूठे मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि “जिस केस में पैसा ही नहीं है, उसमें मनी लॉन्ड्रिंग कहां से हो सकती है?”
खेड़ा ने ईडी की निष्पक्षता पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि “ईडी की सजा दर सिर्फ 1% है, जबकि इसके 98% राजनीतिक केस विपक्षी नेताओं के खिलाफ होते हैं। मोदी सरकार ने ईडी को अपने चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री पर सीधा हमला करते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी उतने ही भयभीत हैं जितने कभी डोनाल्ड ट्रम्प थे। यदि कोई घोटाला होता, तो सरकार एक साल तक चुप न रहती। आखिरी दिन चार्जशीट दाखिल करना इस बात का प्रमाण है कि साजिश का खेल खेला गया है।”
खेड़ा ने भाजपा की नैतिकता पर भी करारा तंज कसते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री ने जिस नेता पर कभी ₹70,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया था, आज उसी को वित्त मंत्री बनाकर खजाने की चाबी सौंप दी है। इससे ज़्यादा विडंबना और क्या होगी?”
“भाजपा चाहे जितनी कोशिश कर ले, हम चुप नहीं बैठेंगे। जो डराने की कोशिश करता है, वही अंदर से डरा हुआ होता है। कांग्रेस इस साजिश का डटकर मुकाबला करेगी और अंततः सत्य की जीत होगी,” — ये कहकर पवन खेड़ा ने अपने वक्तव्य को समाप्त किया।