यूपी के आज़मगढ़–गोंडा रूट पर मादक पदार्थों की तस्करी चरम पर
राष्ट्रीय स्वाभिमान। सुजीत मिश्र
मुंबई। मध्य रेलवे की विजिलेंस टीम ने 13 अगस्त की शाम लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT) पर एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ट्रेन संख्या 11056 गोदान एक्सप्रेस से 500 किलोग्राम प्रतिबंधित तम्बाकू जब्त किया। इसकी अनुमानित बाजार कीमत लगभग 6 लाख रुपये आँकी गई है। बरामद माल को तत्काल रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के हवाले कर दिया गया।
गोंडा से लोड होकर मुंबई पहुँचा माल
जाँच में सामने आया है कि यह तम्बाकू गोंडा जंक्शन से ही लोड किया गया था और इसे मुंबई में उतारकर स्थानीय नेटवर्क के माध्यम से सप्लाई करने की तैयारी थी। विजिलेंस टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि गोदान एक्सप्रेस में अवैध सामान की खेप भेजी जा रही है। टीम ने LTT पर ट्रेन पहुँचते ही बोगियों की सघन तलाशी ली और तम्बाकू के बड़े-बड़े 10 बोरे बरामद किए।
पहले भी पकड़ी जा चुकी हैं मादक पदार्थ की भारी खेपें
रेलवे सूत्र बताते हैं कि गोंडा–आज़मगढ़ दिशा से आने वाली कई ट्रेनों में प्रतिबंधित और मादक पदार्थों की तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। 11 दिसंबर 2024 को विजिलेंस टीम ने ट्रेन संख्या 20104 आज़मगढ़–एलटीटी एक्सप्रेस से 1,200 किलो भाँग पकड़ी थी। इन घटनाओं के बाद इस रूट को रेलवे के उच्चाधिकारियों को हाई रिस्क में रखना चाहिए।
तस्करी के लिए पसंदीदा रूट क्यों?
विशेषज्ञों का कहना है कि पूर्वांचल क्षेत्र के कुछ हिस्सों में प्रतिबंधित तम्बाकू, भाँग और अन्य मादक पदार्थों का अवैध उत्पादन और कारोबार होता है। गोंडा और आज़मगढ़ से मुंबई तक सीधी ट्रेन सेवा होने के कारण तस्कर इन ट्रेनों का इस्तेमाल सप्लाई चैन के रूप में करते हैं। इस दौरान अन्य अवैध सामान और असामाजिक तत्वों की आवाजाही भी बनी रहती है।
रेलवे प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि इस रूट पर चलने वाली ट्रेनों में अब निगरानी और कड़ी होगी। विजिलेंस, RPF और GRP का संयुक्त अभियान चलाकर बोगियों में आकस्मिक तलाशी की जाएगी। यात्रियों से भी अपील की गई है कि वे संदिग्ध सामान या गतिविधि की सूचना तुरंत रेलवे अधिकारियों को दें।