नई दिल्ली। 1 अक्तूबर से देशभर में लागू हुए नए नियम: जानिए रेलवे, यूपीआई, एलपीजी और एनपीएस में क्या-क्या बदल गया है.
देश में 1 अक्तूबर 2025 से कई अहम बदलाव लागू हो गए हैं, जो आम जनता की जेब, यात्रा, डिजिटल लेन-देन और पेंशन निवेश को सीधे प्रभावित करेंगे। अगर आप इन बदलावों से अनजान हैं तो न सिर्फ आपको नुकसान हो सकता है, बल्कि कई सुविधाओं से भी वंचित रह सकते हैं।
रेलवे टिकट बुकिंग में आधार अनिवार्य
अब IRCTC ऐप और वेबसाइट से टिकट बुक करने पर पहले 15 मिनट में केवल वही यात्री टिकट बुक कर पाएंगे जिनका आधार वेरिफिकेशन पूरा है। यह नियम तत्काल और सामान्य दोनों प्रकार की बुकिंग पर लागू होगा। इससे फर्जी बुकिंग पर रोक लगेगी और वास्तविक यात्रियों को प्राथमिकता मिलेगी।
एनपीएस में निवेश के नए विकल्प
नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) में अब नॉन-गवर्नमेंट सेक्टर के निवेशक एक ही PAN या PRAN के तहत कई योजनाओं में निवेश कर सकते हैं।
- मल्टीपल स्कीम फ्रेमवर्क लागू हो चुका है।
- अब निवेशक 100% इक्विटी में भी निवेश कर सकते हैं।
- मासिक न्यूनतम योगदान ₹500 से बढ़ाकर ₹1000 कर दिया गया है।
यह बदलाव युवाओं और प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है।
यूपीआई ट्रांजैक्शन में बड़ा बदलाव
डिजिटल पेमेंट की दुनिया में भी बड़ा फेरबदल हुआ है:
- NPCI ने P2P ‘कलेक्ट रिक्वेस्ट’ सुविधा बंद कर दी है। यानी अब आप किसी से डायरेक्ट UPI पर पैसे नहीं मांग पाएंगे।
- धोखाधड़ी की घटनाओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
- अब UPI से ₹5 लाख तक की राशि ट्रांसफर की जा सकती है, जो पहले ₹1 लाख थी।
- ऑटो-पे सुविधा को भी और सुरक्षित बनाया गया है।
एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी
त्योहारी सीजन से पहले महंगाई ने फिर से दस्तक दी है:
- 19 किलो वाले कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर की कीमत में ₹15.50 की बढ़ोतरी हुई है।
- दिल्ली: ₹1595.50
- कोलकाता: ₹1700
- मुंबई: ₹1547
- चेन्नई: ₹1754
- घरेलू 14 किलो वाले सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
कमर्शियल सिलेंडर की कीमत बढ़ने से होटल, रेस्टोरेंट और छोटे व्यवसायों पर असर पड़ सकता है।
इन सभी बदलावों का मकसद व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, सुरक्षित और आधुनिक बनाना है। अगर आप इन नियमों को समझकर अपनी योजना बनाते हैं, तो न सिर्फ परेशानी से बच सकते हैं बल्कि इनका लाभ भी उठा सकते हैं।