मुंबई, 24 जुलाई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने घोषणा की है कि पुणे महानगर प्रदेश (PMR) को ‘Growth Hub’ के रूप में विकसित किया जाएगा। मंत्रालय में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने बताया कि पुणे अपनी तकनीकी क्षमता, औद्योगिक उत्पादन, शिक्षा और हरित गतिशीलता के कारण इस परियोजना के लिए आदर्श है। #Pune #GrowthHub #AjitPawar
पुणे को मिलेगा G-HUB का दर्जा
केंद्र सरकार द्वारा 2024 के बजट में घोषित 14 ग्रोथ हब शहरों में पुणे, नागपुर और नासिक भी शामिल हैं।
पहले चरण में मुंबई महानगर प्रदेश, सूरत, विशाखापत्तनम और वाराणसी में G-HUB परियोजना लागू हो चुकी है। अब पुणे महानगर प्रदेश को भी ग्रोथ हब के रूप में विकसित करने की प्रक्रिया तेज हो गई है।
यशदा तैयार करेगा विकास का रोडमैप
अजित पवार ने स्पष्ट किया कि नीति आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार पुणे के लिए विकास योजना का खाका यशदा (YASHADA) तैयार करेगा और पुणे महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (PMRDA) इसके लिए धनराशि उपलब्ध कराएगा।
बैठक में मुख्य सचिव राजेश कुमार, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव ओ. पी. गुप्ता, योजना विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजगोपाल देवरा, सामान्य प्रशासन विभाग की अपर मुख्य सचिव वी. राधा, उपमुख्यमंत्री के सचिव डॉ. राजेश देशमुख, पुणे के संभागीय आयुक्त डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार, जिलाधिकारी जितेंद्र डुडी, पीएमआरडीए आयुक्त योगेश म्हसे, यशदा की प्रभारी महानिदेशक पवनीत कौर, और रजिस्ट्रार राजीव नंदकर उपस्थित थे।
पुणे की मजबूती बनेगी ग्रोथ इंजन
अजित पवार ने कहा कि पुणे में आईटी कंपनियां, मेट्रो, रिंग रोड, औद्योगिक गलियारे, विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान और अस्पताल मौजूद हैं।
पुणे का वर्तमान सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 4.2 लाख करोड़ रुपये है और 2030 तक यहां 15 से 18 लाख नौकरियां पैदा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें 6 लाख नौकरियां महिलाओं के लिए होंगी।
विकास के प्रमुख क्षेत्र
✅ प्रौद्योगिकी और नवाचार: आईटी, एआई, इलेक्ट्रिक वाहन, क्लीन टेक, सेमीकंडक्टर डिजाइन
✅ विनिर्माण: ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस, फार्मा, सटीक इंजीनियरिंग
✅ कौशल विकास: 800 से अधिक उच्च शिक्षण संस्थानों का लाभ
✅ बुनियादी ढांचा: मेट्रो, रिंग रोड, नई टाउनशिप
✅ पर्यटन: विरासत, कृषि, आध्यात्मिक, साहसिक पर्यटन
✅ व्यापार सुगमता: स्टार्टअप निवेश, स्किल सर्टिफिकेशन, विदेशी निवेश को प्रोत्साहन
अजित पवार ने कहा कि यशदा का नियोजन खाका तैयार होने के बाद मनपा, पीएमआरडीए और अन्य एजेंसियों को तत्परता से काम शुरू करना होगा।
उन्होंने पीएमआरडीए और अन्य एजेंसियों से चल रही परियोजनाओं में निरंतरता बनाए रखने का भी निर्देश दिया। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में यशदा में जल्द ही बैठक होगी।