मुंबई | राष्ट्रीय स्वाभिमान
भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करते हुए, हैदराबाद स्थित रघु वामसी एरोस्पेस ग्रुप ने 55वें पेरिस एयर शो में दो उन्नत तकनीकों का अनावरण किया। इनमें प्रमुख हैं:
- 40 केजीएफ माइक्रो टर्बोजेट इंजन
- कमिकाज़े यूएवी ‘एस्ट्रा 100’
इन दोनों प्रणालियों को पूरी तरह भारत में डिजाइन और निर्मित किया गया है, जो ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों को मजबूती देते हैं। माइक्रो टर्बोजेट इंजन का परीक्षण DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) की निगरानी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ है।
‘एस्ट्रा 100‘ एक उन्नत स्वदेशी कमिकाज़े यूएवी (Unmanned Aerial Vehicle) है, जिसकी रेंज 200 किलोमीटर और उड़ान गति 450 किमी/घंटा है। यह यूएवी आधुनिक युद्ध प्रणाली के लिए डिज़ाइन किया गया है और विशेष रूप से सर्जिकल स्ट्राइक, उच्च जोखिम वाले मिशन और लक्ष्यभेदी अभियानों में उपयोगी सिद्ध हो सकता है।
रघु वामसी ग्रुप ने हाल ही में अमेरिका की डब्ल्यूएमटी प्रेसीज़न एलएलसी और यूके की पीएमसी ग्रुप का अधिग्रहण किया है। यह अधिग्रहण कंपनी को सिर्फ एयरोस्पेस ही नहीं, बल्कि तेल और गैस क्षेत्र में भी वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा।
इसके अतिरिक्त, कंपनी हैदराबाद में 2.5 लाख वर्गफीट में फैली एक नई अत्याधुनिक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी तैयार कर रही है। इसका उद्देश्य न केवल भारत की डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग क्षमता को बढ़ाना है, बल्कि भारत को ग्लोबल डिफेंस सप्लाई चेन में एक विश्वसनीय और रणनीतिक साझेदार के रूप में स्थापित करना भी है।
इस उपलब्धि ने एक बार फिर यह सिद्ध किया है कि भारत अब सिर्फ रक्षा उपकरणों का आयातक नहीं, बल्कि एक दृढ़ और नवोन्मेषी रक्षा उत्पादक राष्ट्र के रूप में भी उभर रहा है।

https://www.drdo.gov.in – DRDO की आधिकारिक साइट
https://www.paris-air-show.com – पेरिस एयर शो की वेबसाइट
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